Success story : अमेरिका में नौकरी छोड़कर शुरू किया कारोबार, 30 साल में 100 करोड़ की कंपनी बनाई

Success story : अमेरिका में नौकरी छोड़कर शुरू किया कारोबार, 30 साल में 100 करोड़ की कंपनी बनाई

Success story : अमेरिका में नौकरी छोड़कर शुरू किया कारोबार, 30 साल में 100 करोड़ की कंपनी बनाई
Success story : अमेरिका में नौकरी छोड़कर शुरू किया कारोबार, 30 साल में 100 करोड़ की कंपनी बनाई



यशस्वी कहानी: भरतपुर की अहाना गौतम ने अपनी मेहनत से 100 करोड़ रुपये की कंपनी बनाई है। उन्होंने अमेरिका में अपनी नौकरी छोड़ दी और हेल्दी स्नैक्स का व्यवसाय शुरू किया। आज, हाना ने अपने छोटे से आइडिए से करोड़ों का व्यवसाय बनाया है।


दिल्ली: किसी काम को करने की ठान ली जाए और पूरी कोशिश की जाए तो सफलता निश्चित रूप से मिलेगी। शिक्षा प्राप्त करने के बाद दुनिया भर में बहुत से लोगों का सपना अच्छी नौकरी पाना होता है। यदि काम विदेश में हो और उसे अच्छी कमाई मिल रही हो तो कोई नहीं छोड़ना चाहेगा। लेकिन कुछ लोग इन सुविधाजनक नौकरियों को छोड़ने से भी पीछे नहीं हटते।


अहाना गौतम ने ऐसा ही कुछ किया है। अहाना राजस्थान के भरतपुर में काम करती थी और खुद का स्टार्टअप करना चाहती थी। आज 30 साल की उम्र में, अपनी मेहनत के दम पर उन्होंने 100 करोड़ की कंपनी बना दी है। आज वह बिजनेस जगत में एक प्रसिद्ध नाम बन गई है।


Success story : ऐसे हुई करोबार की शुरुआत


अहाना का वजन अमेरिका में बहुत बढ़ गया था। उस समय वे संयुक्त राज्य अमेरिका में एक हेल्दी खाना बनाने वाले स्टोर में गए, जहां उन्हें हेल्दी खाना की आवश्यकता पता चली। इसी से उन्हें उद्यमशीलता का विचार आया। फिर क्या हुआ? Ahaana ने हेल्दी स्नैक्स बनाने का निर्णय लिया। अहाना ने अमेरिका में अपनी नौकरी छोड़ दी और भारत की फ्लाइट पकड़ ली। साथ ही, अहाना ने अपनी मां से अपना बिजनेस वेंचर शुरू करने में भी मदद मांगी। अहाना ने 2019 में ओपन सीक्रेट नामक स्टार्टअप शुरू किया था।


अगना ने एफएमसीजी (FMCG) क्षेत्र में काम किया था, इसलिए रिफाइंड शुगर, मैदा आदि के बारे में पता था। Ahaana ने फैसला किया कि उनके उत्पाद में कोई प्रिज़रवेटिव, पाम आयल और मैदा नहीं होगा।


Success story : विदेशों तक मिली पहचान


हाल ही में, आहना गौतम ने फाउंडर और सीईओ के रूप में की गई मेहनत से ओपन सीक्रेट एक नाम बन गया है, जो देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी जाना जाता है। साथ ही, इस कंपनी ने भारतीय स्टार्टअप्स में वैश्विक स्तर पर पहचान बनाने का माद्दा भी सबको दिखाया है। उन्होंने तीन सालों में अपनी कंपनी की लागत 100 करोड़ रुपये पर पहुंच दी। उन्होंने एक छोटे से विचार से बड़ा उद्यम बनाया।


Success Story : आईआईटी बॉम्बे से की पढ़ाई


अहाना राजस्थान के भरतपुर से आईआईटी बॉम्बे से 2010 में केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री हासिल की है। वे फिर अमेरिका चली गई और वहां हार्वर्ड बिज़नेस स्कूल में एमबीए की पढ़ाई पूरी की। ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के दौरान, हाना ने कई जगह काम किया।





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