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लखनऊः यूपी सरकार, रूफटॉप सीएंडआई (कमर्शियल एंड इंडस्ट्रियल), प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (कुसुम) और हाल ही में शुरू की गई प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना के माध्यम से राज्य भर में सौर ऊर्जा प्रतिष्ठानों को प्रोत्साहित कर रही है। हाल ही में, अडानी सोलर ने चैतन्यश्री ग्रीनटेक प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर उत्तर प्रदेश में अपने रिटेल डिस्ट्रीब्यूशन बिजनेस को बढ़ाया। Adani Solar अब भारत में 3 हजार से अधिक शहरों में सोलर पैनल प्रदान करता है।
Adani solar : टॉपकॉन सेल tecnology के जरिये युपी मे ,अडाणी सोलर की दमदार एंट्री ! |
Content:
1) Adani solar : कैसे ऑफ -ग्रीड पॅनल बीजली का बिल कम करणे मे मदत करेंगे
2) Adani solar : क्या टार्गेट हैं adani solar का?
3) Adani solar : टॉपकॉन सेल tecnology यही है सोलर पॅनल की अगला भविष्य
4) Adani solar : Manufacturing अखीर कैसे बनते हैं यह सोलर पॅनल?
5) Adani solar : अब तक भारत के इन राज्य मे सोलर पॅनल लगये गये है !
Adani solar : कैसे ऑफ - ग्रीड पॅनल बीजली का बिल कम करणे मे मदत करेंगे
Adani Solar के ऑफ-ग्रिड पैनल उपभोक्ताओं को बिजली कटौती का जोखिम कम करेंगे, जबकि इसके ऑन-ग्रिड पैनल बिजली की लागत कम करेंगे। इन क्षेत्रों में अडानी सोलर एक से अधिक गीगावॉट का उत्पादन कर सकता है। रूफटॉप, यूटिलिटी स्केल, आवासीय, सी एंड आई और सोलर पंप क्षेत्रों में कस्टमर टारगेट हैं।सौर पैनलों में निवेश करके, आप दशकों तक अनुमानित और निश्चित ऊर्जा लागत को लॉक कर सकते हैं । जैसे-जैसे आप अपनी खुद की बिजली पैदा करते हैं, आप ग्रिड पर कम निर्भर हो जाते हैं और उपयोगिता कंपनियों द्वारा भविष्य में लगाई जाने वाली कीमतों में बढ़ोतरी के प्रति कम संवेदनशील हो जाते हैं।
Adani solar : क्या टार्गेट हैं adani solar का?
अडानी सोलर का लक्ष्य राज्य के नवीकरणीय ऊर्जा बाजार को कैपिटलाइज़ करना है। यह किफायती दर पर टिकाऊ सोलर एनर्जी सॉल्यूशन की ओर बड़ा कदम है।रेसिडेंशियल कंज्यूमर और सीएंडआई संस्थानों को इस बदलाव से काफी लाभ मिलने की उम्मीद है।
यहां, अडानी सोलर ने अपने शाइन टॉपकॉन पीवी मॉड्यूल का प्रदर्शन किया, जो सोलर टेक्नोलॉजी में बहुत महत्वपूर्ण है। शाइन टॉपकॉन मॉड्यूल न सिर्फ डब्ल्यूपी (हाई वाट-पीक) प्रदान करके अपने पैसिवेटेड एमिटर और रियर कॉन्टैक्ट (पीईआरसी) के प्रतिद्वंद्वी को चुनौती देता है, बल्कि पारदर्शी क्षमता का दावा करता है, जो इसे भारत की विविध मौसम स्थितियों में अच्छा विकल्प बनाता है।अदाणी सोलर इन क्षेत्रों में एक से ज्यादा गीगावॉट की परिकल्पना करता है। कस्टमर टारगेट खासतौर से रूफटॉप, यूटिलिटी-स्केल, आवासीय, सी एंड आई और सोलर पंप सेगमेंट में हैं। अदाणी सोलर का टारगेट राज्य के रिन्यूएबल एनर्जी बाजार को कैपिटलाइज़ करना है . मेन टारगेट है बिजली की बचत ओर गरीब लोगो के ले उपुयुक्त सुविधा.
Adani solar : टॉपकॉन सेल tecnology यही है सोलर पॅनल की अगला भविष्य
टनल ऑक्साइड पैसिवेटेड कॉन्टैक्ट, या टोपकॉन सेल, बनाने के लिए पैसिवेटेड एमिटर और रियर कॉन्टैक्ट (पीईआरसी) सेल के समान उपकरणों का उपयोग किया जा सकता है। वर्तमान पीईआरसी उत्पादन लाइनों से इस नई तकनीक में बदलना आसानी से किया जा सकता है और इसका खर्च कम है। टॉपकॉन सोलर सेल का मूल्य आसानी से बढ़ता है, जिससे यह निर्माताओं और ग्राहकों के लिए बेहतर विकल्प बन जाता है। टॉपकॉन सेल की दक्षता लगभग 28% है, जबकि पीईआरसी सेल की दक्षता आम तौर पर लगभग 22% होती है। टॉपकॉन सेल कम रोशनी में उच्च दक्षता दिखाते हैं, इसलिए सूरज की कम रोशनी में भी बिजली बना सकते हैं।
Adiani Solar ने देश भर में अपनी खुदरा उपस्थिति को तेजी से बढ़ाया है। कंपनी ने राजस्थान, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, सिक्किम, असम, मणिपुर, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, नागालैंड और त्रिपुरा में अपने रिटेल चैनल पार्टनर के माध्यम से बड़ी उपस्थिति है।
Adani solar : Manufacturing अखीर कैसे बनते हैं यह सोलर पॅनल?
अदानी सोलर में, हम सोलर पीवी विनिर्माण के दुनिया के पहले पूर्ण रूप से एकीकृत और व्यापक पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण कर रहे हैं, जिसमें मेटलर्जिकल ग्रेड सिलिकॉन, पॉलीसिलिकॉन, सिल्लियां, वेफर्स, सेल और मॉड्यूल और ग्लास, ईवीए, बैकशीट, एल्यूमीनियम फ्रेम जैसे सहायक उपकरणों का उत्पादन शामिल है। और मुंद्रा में जंक्शन बॉक्स।
कंपनी 2019 में 1.2 गीगावॉट से 1.5 गीगावॉट, 2021 में 2 गीगावॉट और 2023 में 4 गीगावॉट तक लगातार भारत की पहली, सबसे बड़ी और सबसे भरोसेमंद वर्टिकली इंटीग्रेटेड सोलर पीवी सेल और मॉड्यूल निर्माता रही है। राष्ट्र निर्माण में सक्रिय, अदानी ने मुंद्रा में लगभग 800 एकड़ क्षेत्र में फैले सबसे बड़े इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण क्लस्टर (ईएमसी) में से एक में स्थित अपनी अत्याधुनिक इकाइयों के माध्यम से प्रौद्योगिकी-गहन विनिर्माण क्षेत्र का आक्रामक रूप से नेतृत्व किया है।
अच्छाई के साथ भारत के विकास को गति देते हुए, अडानी औद्योगिक क्रांति शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
Adani solar : अब तक भारत के इन राज्य मे सोलर पॅनल लगये गये है
भारत में अब 70,000 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता है; राजस्थान इस मामले में सबसे आगे है।अडानी सोलर ने 2027 तक दुनिया का पहला पूरी तरह से एकीकृत 10 गीगावॉट सौर विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए मुंद्रा, गुजरात में एक अभूतपूर्व परियोजना शुरू करते हुए हरित कल के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की है। सही उत्तर राजस्थान है। भारत का पहला सौर ऊर्जा संयंत्र राजस्थान में गोदावरी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड द्वारा विकसित किया गया था। 50 मेगावाट का सौर तापीय विद्युत संयंत्र राजस्थान के जैसलमेर जिले में स्थित नौख गाँव में स्थापित किया गया था। एपीपीएससी ग्रुप 4 का परिणाम जारी!
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